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शादी करने की सोंच रहे हैं तो जान लीजिये कि लव मैरिज (Love Marriage) अच्छा है या अरैंज मैरिज (Arrange Marriage)?

2023 में लव मैरिज (Love Marriage) अच्छा है या अरैंज मैरिज (Arrange Marriage)?

ऐसा अक्सर कहा जाता है कि लव मैरिज के सफल होने चांसेस कम होते हैं पर क्या वाकई ऐसा है?

वास्तव में यह सवाल अविवाहितों यानि कुवांरे लड़के-लड़कियों द्वारा पूछा जाने वाला सबसे ज्यादा प्रश्न है और उनके मन में उमड़ने वाला बड़ा दिलचस्प सवाल भी है। लेकिन उससे भी बड़ी दिलचस्प बात यह है कि इस सुलगते सवाल का जवाब आज तक किसी ने पूरी दिलचस्पी के साथ नहीं खोजा। आज इस आर्टिकल का सब्जेक्ट ख़ास है क्योंकि आप बचपन से ही लव मैरिज (Love Marriage) और अरेंज मैरिज (Arrange Marriage) के फ़ायदे और नुकसान सुनते आ रहे होंगें। ये बात अलग है कि इन दोनों ही शादियों पर हमेशा ही प्रश्नचिन्ह लगता रहा है।

बड़े-बुज़ुर्ग अरैंज मैरिज (Arrange Marriage) को बेहतर मानते हैं तो वहीँ अधिकतर लड़के और लड़कियां लव मैरिज (Love Marriage) के सपने बुनते नज़र आते हैं।

शादी हम सब की ज़िन्दगी का एक अहम फ़ैसला होता है जिसे दो लोग साथ मिलकर तय करते हैं। भारत में माना जाता है कि यह मेल महज़ दो लोगों का नहीं बल्कि दो परिवारों और संस्कारों का भी होता है। ऐसे में हमारे लिए यह बेहद ज़रूरी हो जाता है कि हम अपना कोई भी फ़ैसला लेने से पहले अपने परिवार के फ़ैसले को ज़रूर जान लें। शादी एक पवित्र रिश्ता होता है जो दो लोगो को बांधकर रखता है साथ ही दोनों से जुड़े लोगों या परिवारों से जुड़े रिश्तों को बाँधकर रखता है। इसलिए यह जानना ज़रूरी है कि अरैंज मैरिज (Arrange Marriage) बेहतर है लव मैरिज (Love Marriage)। शादी के बाद ही लड़के और लड़की की जिंदगी काफ़ी बदल जाती है। शादी के बाद दोनों की ज़िन्दगी में बहुत कुछ नया देखने और सीखने को मिलता है। वास्तव में शादी के बाद ही इंसान, सही मायने में जीवन मूल्यों को जान पाता है। रिश्तों को निभाने की कला, दो परिवारों के बीच तालमेल बनाकर खड़े रहने का तज़ुर्बा, आपसी रिश्तों के बीच समझ रखना जैसी चीजें।

शादी से पहले लड़का और लड़की के दिमाग में क्या चलता है?

मॉडर्न लाइफ में हर व्यक्ति अपने लिए एक ऐसा जीवनसाथी चुनना चाहता है जो उसकी पसंद का हो और उसकी उम्मीदों पर ख़रा उतरे। इसलिए शुरुआत में लड़के और लड़कियां अरेंज मैरिज के बजाय लव मैरिज को ज़्यादा रूचि दिखाते हैं। इनमे से ज़्यादातर का मानना होता है कि अरेंज मैरिज में जीवनसाथी को जानने और समझने में एक लंबा वक़्त लग जाता है और अगर वह पसंद का ना भी हो तब भी जीवनभर उसके साथ रहना एक मजबूरी बन जाती है। इसलिए लड़के और लड़कियां शादी से पहले प्यार की ओर आकर्षित होने लगते हैं

लव मैरिज क्यों करना पसदं करते हैं लड़के और लड़कियां?

प्यार करने के दौरान लड़का और लड़की एक दुसरे को समझना शूरू करते हैं फ़िल्मी स्टाइल में ज़िन्दगी के सपने बुनते हैं और उन्हें जब लगने लगता है की मेरा या मेरी लाइफ पार्टनर में वो गुण है तब वो शादी का फैसला करना शुरू करते हैं। लव मैरिज में लड़का और लड़की एक दुसरे से आफ्टर मैरिज वाली शर्त रखना शुरू कर देते हैं। उनके आपसी विचार मिलना, खानपान, पहनावा आदि सब जब मिलने लगता है तब वो शादी के बंधन में बंध जाते है। यही कारण है कि समय के साथ लव मैरिज करने का चलन बढ़ रहा है। आजकल युवा अपनी मर्ज़ी से शादी कर रहे हैं।

लव मैरिज (Love Marriage) और अरैंज मैरिज (Arrange Marriage) में मुख्य फ़र्क क्या है?

अरेंज मैरिज (Arrange Marriage) को समाज में एक सुसंगत विवाह माना जाता है। अरैंज मैरिज (Arrange Marriage) में लड़के और लड़की के परिवार वाले एक दूसरे के लिए जीवनसाथी का चुनते हैं। शुरूआती तौर पर लड़का-लड़की एक-दूसरे से पूरी तरह अनजान होते हैं। शादी के बाद ही उनमें प्यार होता है। वे दोनों जिंदगी भर एक.दूसरे के साथ खुशी-खुशी रहते हैं। लड़का और लड़की दोनों के परिवार वालों के बीच भी रिश्ता खुशनुमा और मज़बूत होता है। दोनों ही परिवारों का सहयोग इन नये जोड़ो के साथ उनके विपरीत परिस्थितियों में भी सहयोग करता है। यही कारण है कि अरैंज मैरिज (Arrange Marriage) को लव मैरिज के मुक़ाबले ज़्यादा सफल माना जाता है।

लव मैरिज या प्रेम विवाह (Love Marriage in Hindi)

लव मैरिज (Love Marriage) में लड़का-लड़की एक-दूसरे को पहले से ही जानते हैं। दोनों की लाइफ एकदम फ़िल्मी टाइप होती है। रूठना, मनाना गिफ्ट देना सब कुछ रोमांटिक सा होता है। इस तरह की शादी की ख़ास बात यह होती है कि लड़का-लड़की में आपसी पसंद-नपसंद ड्रेसिंग सेंस सब मिलती है मगर दोनों के परिवारों में कोई मेल नहीं होता है। इसलिए बहुत बार ऐसा होता है कि लव मैरिज से परिवार वाले ख़ुश नहीं होते। लड़की शादी से पहले जो सोंचती है शादी के बाद जब वैसा नहीं होता है तो परिवार के साथ रहने और समझने में मुश्क़िलें आने लगती हैं और कपल्स के बीच झगड़ा बढ़ जाता है और शादी तलाक़ के मोड़ पर पहुँच जाती है  

अरेंज मैरिज और लव मैरिज में से कौन सी शादी बेहतर है?

आज के आधुनिक युग में यह कह पाना तो बहुत कठिन है कि कौन सी शादी बेहतर है। इसकी कई वजह हैं-

प्यार की वजह से आज कल के लड़के-लड़की अपने परिवार से बग़ावत कर के लव मैरिज की डोर में बँध जाते हैं। लेकिन उनका प्यार वास्तव में प्यार ही है या महज़ शारीरिक आकर्षण यह उन्हें खुद नहीं पता होता है। क्योंकि लव मैरिज की बात कर रहे हैं तो प्यार का ज़िक्र होना स्वाभाविक है ऐसा इसलिए क्योकिं ज़्यादातर मामलों में लव मैरिज खूबसूरती स्मार्टनेस के आकर्षण से शुरू होकर तिरस्कार, गाली-गलौच और झगड़े पर जाकर ख़त्म हो जाता है। क्यूंकि लड़के लड़कियां एक दूसरे के प्रति शारीरिक आकर्षण को ही प्यार समझ लेते हैं।

झटके में लव मैरिज करने का फ़ैसला क्यों  हो जाता है-

फ़िगर देखकर पहली नज़र में होने वाला आकर्षण- पहली नज़र के आकर्षण या मोह को प्यार समझना और शादी का फैसला कर लेना कुछ ज्यादा ही जल्दबाज़ी होती है। यह आकर्षण प्यार कम काम-भावना ज़्यादा होती है। जबकि सभी कपल्स ये बात बखूबी जानते हैं कि शारीरिक आकर्षण कभी भी जीवन भर नहीं रहता। वासना की तृप्ति होते ही अक्सर प्यार खुद-ब-खुद ख़त्म हो जाता है। इसीलिए इसे प्यार समझकर शादी का निर्णय लेने से पहले सोच समझ लें।

पैसा या समृद्धि देखकर होने वाला आकर्षण- अक्सर ऐसा देखा जाता है कि लड़के-लड़कियाँ एक दूसरे के स्टेटस या पैसों की चमक देखकर उनकी तरफ आकर्षित हो जाते हैं। आज के ज़माने में पैसा बेशक़ ज़रूरी चीज़ है जिससे तमाम शौक़ पूरे करते हुए मज़े से लाइफ़ जीने की तमन्ना हर किसी की होती है। मगर जहाँ अमीरी देखकर आकर्षित हुए और प्यार शादी तक बात पहुँच गई तो यह गलत भी हो सकता है क्योंकि अगर पार्टनर संस्कार, समाज से परे निकला तो तो पूरा जीवन नरक बन सकता है। 

किसी की अदाओं को देखकर होने वाला आकर्षण- लड़कों को अक्सर लड़किओं की अदाएं या उनका हुस्न देखकर ही प्यार हो जाता है उन्हें उनकी आदत स्वाभाव से कुछ खास मतलब नहीं होता है। किसी की कोई प्यारी बात, लहज़ा, लक्षण या कुछ खास बातों कुछ भी कारण हो सकते हैं लेकिन इस आकर्षण या खिंचाव को मोह या प्रेम का नाम देना और विवाह के सपने सँजोना ठीक नहीं है। लेकिन यह स्वाभाविक है कि किसी इन्सान से मिलते ही उसकी कोई आदत या कोई गुण पसंद आ जा जाये और प्यार हो जाये। और इस लगाव को प्रेम मानकर किसी इंसान के लिए पूरी दुनिया, परिवार से बग़ावत करने की ठान लेना भी ठीक नहीं है।

सच्चे प्यार की परख आसान नहीं जितना लोग सोंचते हैं-

सच्चे प्यार को परखना इतना आसान नहीं है जितना लोग समझते हैं। सच्चा प्रेम करने वाला व्यक्ति हर परिस्थिति में साथ देता है। सच्चा प्यार करने वाला किसी बीमारी, ग़रीबी या किसी भी कमज़ोरी से परेशान होकर कभी नहीं छोड़ता। यदि उनका प्यार सच्चा ना हो तो जल्द ही उनके बीच झगड़ा, मारपीट होना शुरू हो जाता है और नौबत तलाक़ तक पहुँच जाती है।

लड़के लड़कियां अक्सर जल्दबाज़ी में एक दूसरे को बिना समझे, घर परिवार से बग़ावत कर, लव मैरिज के बंधन में बँध जाते हैं और इस जल्दबाज़ी में इसका परिणाम भुगतना होता है। जब घर-परिवार और समाज साथ छोड़ देता है तो ऐसे कपल्स को संभालने वाला कोई नहीं होता। फलस्वरूप वे अकेलेपन का शिकार बनकर आत्महत्या या हत्या जैसे संगीन जुर्म के रास्तों पर भी चले जाते हैं और अपनी लाईफ़ बर्बाद कर देते हैं।

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क्या लव मैरिज करने के फ़ायदे और नुकसान भी हैं?

लव मैरिज के कुछ नुकसान हैं तो अपने फ़ायदे भी हैं बशर्ते कपल्स के बीच आपसी तालमेल, समझदारी, विश्वास और सच्चा प्रेम हो तो वर्ना इसके नुकसान जीवन को बर्बाद कर देते हैं। अगर आप लव मैरिज करने के बारे में सोच रहे हैं तो इसके फ़ायदे और नुकसान दोनों जान लीजिये। अगर युवाओं में तालमेल, एकदूसरे पर अटूट विश्वास, जीवन भर साथ निभाने का जज़्बा और एक दूसरे के लिए सच्चा प्रेम हो तो निश्चित रूप से उनके लिए लव मैरिज फ़ायदेमंद साबित हो सकती है।

आइये जानते हैं लव मैरिज करने के ऐसे ही कुछ फ़ायदों के बारे में- 

मनपसंद हमसफ़र चुनने की आज़ादी- लव मैरिज करने का पहला और सबसे बड़ा फ़ायदा यह होता है कि आपको अपने पसंद का जीवनसाथी चुनने की स्वतंत्रता होती है। इसमें आपके घरवालों की राय आवश्यक नहीं होती। आप अपने मन मुताबिक पार्टनर से शादी कर सकते हैं। आपको जो अच्छा लगता है जिससे प्यार हुआ है आप उसे चुनते हैं। अगर सब कुछ ठीक रहता है तो घर-परिवार वालों के साथ मिलने की संभावनायें भी बढ़ जाती हैं। और वैसे भी जब आप ख़ुद के लिए ख़ुद से साथी ढूंढते हैं तो ज़ाहिर है आप ख़ुश भी ज़्यादा होती है। इसलिए पसंदीदा पार्टनर चुनने के लिए लव मैरिज एक बेहतर विकल्प होता है।

बेहतर समझदारी और तालमेल वाले पार्टनर का मिलाना-

लव मैरिज (Love Marriage) करने का दूसरा फ़ायदा यह होता है कि कपल्स के बीच बेहतर समझ पहले से ही होती है जो शादीशुदा जीवन के लिए बहुत ज़रूरी होती है। लव मैरिज करने से पहले कपल्स एक दूसरे के साथ एक लम्बा समय बिता चुके होते हैं, एक दूसरे को अच्छे से जानने और समझने लगते हैं एक दुसरे की पसदं ना पसंद हित और अहित के बारे में बेहतर जानते हैं जो कि उनके रिश्ते के लिए ज़रूरी भी है।

रिश्तों में विश्वास रखने की उमींद ज़्यादा-

अपने पार्टनर पर विश्वास या भरोसा हो तभी उसके साथ रिश्ता लम्बा चल सकता है। जब आप घर वालों की मर्ज़ी से शादी करते हैं तो अजनबी पार्टनर पर पूरा भरोसा करने में काफी वक़्त लग जाता है लेकिन लव मैरिज के मामले में आप एक दूसरे पर पहले से ही भरोसा करते हैं। जब प्यार आपको एक दूजे से हुआ है तो धोखे कि संभावना कम होती है। लेकिन अरेंज मैरिज में पार्टनर के पास्ट के बारे में कम ही पता होता है तो ऐसे में पुराने साथी से प्यार धोखे की वजह बन सकता है और अगर आप अपने पार्टनर के पॉजिटिव और नेगेटिव पहलुओं को शादी से पहले से ही जानते हैं। उसकी अच्छी और बुरी आदतों को जानते हैं तो भरोसा उतना ही बढ़ता जाता है। इसलिए लव मैरिज करना फ़ायदेमंद होता है।

ताउम्र एक दूसरे के प्रति गहरा प्यार होना -

लव मैरिज कपल्स के बीच सबसे ख़ास बात होती है उनके दिल में एक दूसरे के लिए अथाह प्रेम होता है जिस कारण ताउम्र उनका रिश्ता तरोताज़ा बना रहता है और प्यार कभी कम नहीं होता।

जब भी कभी रिश्तों में नीरसता आती भी है तो वे शादी से पहले एक दूसरे के साथ बिताए खूबसूरत पलों को याद करके फ़िर से प्यार में खो जाते हैं। एक दूसरे के प्रति इस तरह के अथाह प्रेम के कारण ही लव मैरिज की परिस्थितियाँ बनती हैं। 

एक दूसरे की भावनाओं को समझना-

अरेंज मैरिज की तुलना में लव मैरिज के सफल होने की संभावना ज्यादा होती है क्योंकि कपल्स के बीच प्यार और आकर्षण पहले से होता है। दोनों एक दूसरे को अच्छी तरह से जानते और समझते हैं। एक दुसरे की भावनाओं को इस तरह समझते हैं जैसा कोई और नहीं समझ सकता। वे एक दूसरे को बराबरी का दर्जा देते हैं और किसी भी तकलीफ़ या परेशानी में घर या बाहर एक दूसरे के साथ खड़े होते हैं।

दोनों के बीच आपसी झिझक का ना होना- 

अरेंज मैरिज में पत्नियाँ अक्सर पति से डर कर रहती हैं या पत्नी में झिझक का दायरा ज्यादा होता है तो वहीं लव मैरिज (Love Marriage) में कपल्स के बीच कोई आपसी झिझक नहीं होती है क्योंकि वे एक-दूसरे को काफी समय से जानते और समझते हैं। वे बिना किसी शर्म या झिझक के लव लाइफ, सेक्स लाइफ और आउटिंग का पूरा मज़ा लेते हैं। लवर्स एक दूसरे से हर विषय पर चाहे वो पर्सनल हो, पारिवारिक हो या जीवन से जुड़ी कोई भी समस्या ही क्यूँ न हो एकदूसरे से खुलकर बात करते हैं।

अमेरिकी शोधकर्ताओं ने एक स्टडी में यह पाया भी कि लव मैरिज करने वाले कपल्स की सेक्स लाइफ़ अरेंज मैरिज करने वालों की अपेक्षा ज्यादा अच्छी होती है। लव मैरिज करने वाले कपल्स, अरेंज मैरिज वाले कपल्स की तुलना में ज़्यादा रोमांटिक और खुशनुमा जीवन जीते हैं। उनके बीच पहनावे और रहन सहन को लेकर कोई झिझक नहीं होती है।

लव मैरिज सामाजिक कुप्रथा, जातिवाद, दहेज प्रथा आदि को ख़त्म करने में सहायक है-

अरेंज मैरिज की तरह लव मैरिज करने वालों को सामाजिक रीतिरिवाजों और रस्मों में नहीं बंधना पड़ता है। लव मैरिज करने वाले कपल्स रूढ़िवादी विचारों से बंधे नहीं होते हैं और ना ही रीतिरिवाजों को मानते हैं। लव मैरिज करने से दहेज जैसी कुप्रथा पर रोक लगती है और कम खर्चे में शादी निपट जाती है और अन्य लोगों को इससे प्रेरणा मिलती है। इसके साथ ही इंटरकास्ट लव मैरिज करने से जाति प्रथा का ढोंग भी ख़त्म होता है।

बच्चों की परवरिश में जातिवाद और भेदभावपूर्ण संस्कृति का ना होना-

लव मैरिज करने वाले कपल्स के बच्चे काफी आज़ाद और खुले विचारों वाले होते हैं। उनके विचार जातिगत भेदभाव अथवा रूढ़िवादी संस्कारों नहीं होते हैं। क्योंकि लव मैरिज करने वाले कपल्स अपने बच्चों को इसी तरह की परवरिश देते हैं और भेदभाव करना नहीं सिखाते हैं। जब कपल्स अलग अलग जाति या धर्म के होते हैं इसलिए ऐसे बच्चों को अपने माता और पिता दोनों की अलग-अलग संस्कृतियों को जानने और सीखने का मौक़ा मिलता है। जिससे बच्चों की मानसिकता में बेहतर देखने को मिलता है।

दोस्तों अगर लव मैरिज से होने वाले साइड इफ़ेक्ट्स की बात करें तो ऐसे कपल्स के जीवन में अनेक समस्याएँ आती हैं जो ज़्यादातर सामाजिक होती हैं। लेकिन यदि उनके बीच आपसी तालमेल में गड़बड़ियाँ हों तो आपसी समस्याएँ और भी घातक बन जाती हैं। आइये ऐसी ही कुछ समस्याओं को जानें-

घरवालों का सपोर्ट न मिलना - 

लव मैरीज करने का सबसे बड़ा नुक़सान यही होता है कि कपल्स को घरवालों का सपोर्ट नहीं  मिल पाता। कई बार तो उन्हें घर में रहने की इजाज़त भी नहीं मिलती। जिस कारण ऐसे कपल्स को परिवार से अलग रहकर अपने लिए सभी चीज़ों की व्यवस्था करनी पड़ जाती है। बिल्कुल अकेले बिना किसी सहारे के रहना होता है।

समाज से तिरस्कार किया जाना-

लव मैरिज (Love Marriage) करने वाले अधिकांश लोगों के रिश्ते, अपने रिश्तेदारों और समाज के साथ ख़राब हो जाते हैं। या यूँ कहिये कि रिश्ते ख़त्म ही हो जाते हैं और समाज के लोग भी आसानी से प्रेम विवाह को स्वीकार नहीं करते जिसकी वजह से Love Marriage करने वाले couples को अपनों से ही अपने वर्चस्व की लड़ाई लड़नी पड़ती है।

कई परिवारों की ज़िंदगी तबाह हो जाना-

ऐसा देखा गया है कि अक्सर प्रेम विवाह के बाद ख़ासकर लड़की के घर में उसके माँ-बाप और भाई बहनों की ज़िंदगी तबाही की ओर चल पड़ती है। समाज में बदनामी से परेशान होकर कभी-कभी घर के सदस्य आत्महत्या जैसे कदम उठा लेते हैं।

धीरे-धीरे प्यार की अहमियत कम हो जाना-

लव मैरिज करने के कुछ दिनों बाद अधिकतर कपल्स के बीच तालमेल का बिगड़ना आम बात है। शादी के बाद वे एक दूसरे के दोषों को हाईलाइट करते हुए लड़ते झगड़ते रहते हैं। एक दूसरे की कमियों पर टिका टिपण्णी करना या दोषारोपण करने से उनके बीच प्यार ख़त्म होने लगता है और लाइफ़ में मन मुटाव बढ़ जाता है।

अकेलेपन का शिकार होना-

लव मैरिज के बाद अक्सर पारिवारिक रिश्ते इतने बिगड़ जाते हैं कि लाख कोशिश करने पर भी किसी भी कीमत पर लड़का लड़की अपने परिवार में वापस नहीं जा पाते। परिणामस्वरूप इन्हें अकेलेपन का शिकार होना पड़ता है जो नई मानसिक परेशानियाँ लेकर आता है।

जान का ख़तरा अक्सर बना ही रहता है-

वैसे भी इस क़दम से पारिवारिक दुश्मनी बढ़ जाती है। बाहरी लोगों से भी ख़तरा बना रहता है। कई बार यह देखा गया है कि आपसी नफ़रतों के चलते हत्या जैसे अपराध भी कर दिए जाते हैं। या प्रेम विवाह के बाद लड़कियों को कुछ ममलकन में बेच भी दिया जाता है।

छोटी छोटी बातों पर ही रिश्ता बिगड़ जाना-

कभी-कभी छोटी-छोटी ग़लतियों पर भी आपसी टकरार इतनी बढ़ जाती है कि उनके बीच रिश्ता ही ख़त्म होने के कगार पर आ जाता है। दरअसल ऐसा इसीलिए होता है क्योंकि उस समय उनको समझाने वाला व समर्थन करने वाला परिवार या परिवार के सदस्य उनके साथ नहीं होते। मोरल सपोर्ट न होने कि वजह से ऐसा होना आम बात है 

वित्तीय समस्याओं और घर परिवार से तिरस्कृत होने से संबंधों में तनाव-

Love Marriage के बाद इन कपल्स को कभी कभी भारी वित्तीय समस्याओं से जूझना पड़ता है। और तो और पारिवारिक सहयोग की कमी की वजह से कपल्स के बीच आपसी संबंध तनावपूर्ण हो जाते हैं। कभी-कभी तो आपस में ही नफ़रतें पनपने लग जाती हैं। आपसी तालमेल पूरी तरह तहस-नहस जाता है। ज़्यादातर ऐसे जोड़ों को संकट में ही जीवन गुज़ारना पड़ जाता है।

एक दूसरे के रिश्ते से जल्दी ऊब जाना-

Love Marriage में सबसे बड़ा नुकसान यह है कि दोनों में से अगर किसी भी एक पार्टनर का मन भर जाए या दिल किसी और पर आ जाये तो रिश्ता ख़त्म होने लगता है सकता है। लव मैरिज करने वाले कपल्स अक्सर एक दूसरे से जल्दी ही ऊब जाते हैं। उनके बीच अगर ज़्यादा झगड़ा हो जाये तो फ़िर उनके बीच सुलह करने वाला कोई नहीं होता। परिणाम स्वरूप रिश्ते में पनपी शून्यता को भरने के लिए किसी अन्य के आने की आशंका बढ़ जाती है। ऐसा होने पर ऐसे कपल्स एक ख़तरनाक अनुभव के साथ अवसाद में डूब जाते हैं। जिसके परिणाम घातक होते हैं।

Love Marriage हो या सबसे ज़रूरी यह है कि आपका एकदूसरे पर प्यार और विश्वास बना रहे जिसे कोई भी डिगा न सके। अपने जीवन का कण्ट्रोल दूसरों के हाथों में न दें ख़ुद ही अपनी समस्याओं को सुलझाकर जीवन जीने की कला सीखें।

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