अंतर धार्मिक विवाह करने के लिए किसकी अनुमति ज़रूरी है? क्या कोर्ट मैरिज रजिस्ट्रार विवाह पंजीकरण करने से इनकार कर सकता है? जानिए प्राविधान

सुप्रीम कोर्ट ने बीएस 4 वाहनों के रजिस्ट्रेशन की इजाजत दे दी है। लेकिन ये अनुमति केवल उन BS4 वाहनों को दी गई है जो ई-वाहन पोर्टल पर अपलोड हो चुकी है और 31 मार्च 2020 के 8 तारीख से पहले स्थाई या अस्थाई रजिस्ट्रेशन हो चुका है, उन गाड़ियों को ही यह मंजूरी दी गई है।
सुप्रीम कोर्ट में ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी से कहा है कि वह रिकॉर्ड को सही तरह से स्क्रुटनी करें, जिससे यह सुनिश्चित हो सके की बिक्री 31 मार्च 2020 पहले से हुआ हो और कट ऑफ डेट से पहले वाहन की बिक्री का रजिस्ट्रेशन या टेंपरेरी रजिस्ट्रेशन हुआ हो।
अब राजधानी के लोग व्हाट्सएप के जरिए भी ऊबर की गाड़ी बुक कर सकेंगे। उबर और व्हाट्सएप में गुरुवार को यह साझेदारी का ऐलान किया। उबर के आधिकारिक चैट बॉट के जरिए यह सुविधा मिलेगी। ऊबर एशिया पेसिफिक की सीनियर डायरेक्टर बिजनेस डेवलपमेंट नंदनी माहेश्वरी ने कहा कि कंपनी लोगों के लिए उबर यात्रा बेहद आसान बनाना चाहती है इसी के तहत व्हाट्सएप से साझेदारी की गई है। पायलट प्रोजेक्ट के तहत इसकी शुरुआत लखनऊ से की जा रही है। इस सुविधा के तहत उबर ऐप डाउनलोड करने की भी जरूरत नहीं होगी।
इसके लिए आपको इस WhatsApp 7292000002 पर 'Hi' message लिखकर भेजना होगा
अगर आप पहले से व्हाट्सएप इस्तेमाल कर रहे हैं तो 3 तरीकों से गाड़ी बुक कर सकते हैं। उबर के बिजनेस अकाउंट नंबर 917 292000002 पर मैसेज करते ही आपके पास पूरी जानकारी आ जाएगी। इसके अलावा क्यूआर कोड स्कैन करके इस्तेमाल कर सकते हैं। ऑनलाइन मौजूद लिंक पर क्लिक करके भी सीधे व्हाट्सएप चैट खुल जाएगा। इसके बाद पिक अप और ड्राप ऑफ पूछा जाएगा। इसके बाद संभावित किराए की जानकारी चालक की डिटेल भी मिल जाएगी।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गृह विभाग व ट्रांसपोर्ट विभाग को ऐसा तंत्र बनाने का निर्देश दिया है। जिससे देश में कहीं भी वाहन चोरी का केस दर्ज होने के बाद बरामद की नीलामी विवेचक व वाहन मालिक की जानकारी के बिना किया जा सके।
कोर्ट ने दोनों विभागों से छह हफ्तों में हलफनामा मांगा है। कोर्ट ने पूछा है कि याची के बाइक चोरी की शाहगंज थाना प्रयागराज में दर्ज प्राथमिकी के बाद भी दारागंज थाना पुलिस ने लावारिस वस्तु दिखाकर नीलामी कर दी। यह आदेश न्यायमूर्ति अश्विन कुमार मिश्रा तथा न्यायमूर्ति विक्रम चौहान की खंडपीठ ने सुनील कुमार और सुनील चौधरी की याचिका पर दिया है। याची का कहना है कि उसकी बाइक चोरी की FIR वर्ष 2015 में शाहगंज थाने में दर्ज है। दारागंज पुलिस ने लावारिस हालत में बरामद दिखाकर सुरेश पांडे को नीलामी में बेच दिया। बेचने पहले न तो विवेचना अधिकारी और ही याची को सूचित किया गया।
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