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सुप्रीम कोर्ट ने चेक बाउंस मामलों में नोटिस दायर करने की अवधि बढ़ाई

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सुप्रीम कोर्ट ने चेक बाउंस मामलों में नोटिस दायर करने की अवधि बढ़ाई

सुप्रीम कोर्ट ने लॉकडाउन के चलते चेक बाउंस मामले में नोटिस,सुनवाई और मुकदमा दायर करने की तय अवधि को अगले आदेश तक के लिए बढ़ा दिया है।

इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने बाकी सभी कानून से संबंधित मामलों में आदेश पारित कर तय अवधि को 23 मार्च को ही बढ़ा दिया था।

सुप्रीम कोर्ट का यह आदेश 15 मई से प्रभावी माना जाएगा। इसका अर्थ यह है कि लॉकडाउन के चलते अगर कोई व्यक्ति या वकील जिस भी किसी मामले में कोई कानूनी कार्रवाई करना चाहते हैं, और अब तक कोई कार्यवाही नहीं करवा सके हैं या सबूत पेश नहीं कर सकें है, तो उस मामले से संबंधित कानून में अथवा विवाद को लेकर नोटिस जारी करने, नोटिस जवाब देने, कोर्ट में कोई याचिका या मुकदमा दायर करने के लिए अब तक की जो समय सीमा तय थी उसे बढ़ा दी गई है।

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यह छूट लॉकडाउन के चलते दी गई। इसके तहत अब अगर कोई व्यक्ति या वकील अपने मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर पाया था तो लॉकडाउन खत्म होने के बाद कार्यवाही का समय मिलेगा।

लॉकडाउन के बाद में नया आदेश पारित किया जाएगा

दरअसल हर तरह के विवाद में संबंधित कानून के पक्षों के लिए कानूनी कार्रवाई करने के लिए समय अवधि तय है और अगर यह अवधि निकल जाए तो उस मामले में प्रभावित व्यक्ति कानून की लड़ाई से बाहर माना जाता है, और उस समय उस मामले में कानूनी कार्यवाही करने का अधिकार खो देता है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद में किसी का भी नुकसान नहीं होगा।

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