अंतर धार्मिक विवाह करने के लिए किसकी अनुमति ज़रूरी है? क्या कोर्ट मैरिज रजिस्ट्रार विवाह पंजीकरण करने से इनकार कर सकता है? जानिए प्राविधान

प्रश्न1-भारतीय साक्ष्य अधिनियम का प्रवर्तन हुआ-
उत्तर- 1 सितंबर 1872
प्रश्न2- साक्ष्य अधिनियम किस प्रकार की विधि है?
उत्तर- केवल परिक्रियात्मक विधि
प्रश्न3- निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही नही है?
उत्तर- यह कि किसी मनुष्य ने अमुक ख्याति है, एक तथ्य नहीं है
प्रश्न4- भारतीय साक्ष्य अधिनियम में ‘न्यायालय’ शब्द के अंतर्गत निम्नलिखित में कौन सा नहीं आता है?
उत्तर- मध्यस्थ
प्रश्न5- भारतीय साक्ष्य अधिनियम में कितने अध्याय एवं धाराएं हैं?
उत्तर- 167 धाराएं एवं 11 अध्याय-
प्रश्न6- साक्ष्य की विधि-
उत्तर- भूतलक्षी प्रभाव रखती है
प्रश्न7- भारतीय साक्ष्य अधिनियम 1872 लागू होता है-
उत्तर- अवमानना की कार्यवाही पर
प्रश्न8- भारतीय साक्ष्य अधिनियम 1872 का उद्देशय, उद्देशिका के अनुसार है-
उत्तर- साक्ष्य की विधि का समेकन, परिभाषा और संशोधन करना
प्रश्न9- एक व्यक्ति की कुछ ख्याति है। यह है एक-
उत्तर- तथ्य
प्रश्न10- निम्नलिखित में से कौन सा शब्द भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा 3 के अंतर्गत परिभाषित नहीं है?
उत्तर- संस्वीकृति
प्रश्न11- निम्नांकित में से कौन सा ‘तथ्य’ है?
उत्तर- ये सभी
प्रश्न12- किस वर्ष भारतीय साक्ष्य अधिनियम में इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य को दस्तावेजी साक्ष्य के रूप में सम्मिलित किया गया?
उत्तर- 2000
प्रश्न13- धातुपट्ट या शीला पर उत्कीर्ण लेख-
उत्तर- एक दस्तावेज है
प्रश्न14- निम्नलिखित में से कौन सा ‘दस्तावेज’ है ?
उत्तर- उपहासांकन
प्रश्न15- ऐसा कोई वस्तु, वस्तुओं की अवस्था या वस्तुओं का संबंध जो इंद्रियों द्वारा बोधगम्य हो-
प्रश्न16- एक अनपढ़ दूधवाला प्रतिदिन अपनी याद के लिए अपने ग्राहक के मकान की दीवार पर प्रतिदिन एक चिन्ह बनाता है। दूध वाले द्वारा प्रतिदिन बनाए गए चिन्हों को साबित किया जा सकता है-
उत्तर- दस्तावेजी साक्ष्य के रूप में
प्रश्न17- एक तथ्य जिसे न तो साबित किया गया है और नासाबित उसे कहते हैं?
उत्तर- साबित नहीं हुआ
प्रश्न18- न्यायालय को यह विश्वास है कि तथ्य अस्तित्व में नहीं है- से अभिप्राय है-
उत्तर- नासाबित
प्रश्न19- निम्नलिखित शब्दों में से कौन सा शब्द भारतीय साक्ष्य अधिनियम में परिभाषित नहीं किया गया है?
उत्तर- असिध्द
प्रश्न20- तथ्य के नासाबित होने का अर्थ है-
उत्तर- कि न्यायालय को यह विश्वास है कि तथ्य अस्तित्व में नहीं है
Comments