अंतर धार्मिक विवाह करने के लिए किसकी अनुमति ज़रूरी है? क्या कोर्ट मैरिज रजिस्ट्रार विवाह पंजीकरण करने से इनकार कर सकता है? जानिए प्राविधान

भारतीय साक्ष्य अधिनियम पूछे जाने वाले वो महत्वपूर्ण प्रश्न जो PCSJ परीक्षा 2022 के लिए उपयोगी है!
भारतीय साक्ष्य अधिनियम
प्रश्न1- प्रलोभन, धमकी या वचन से पैदा हुए मन पर प्रभाव के दूर हो जाने के पश्चात की गई संस्वीकृति किस धारा के अंतर्गत सुसंगत है?
उत्तर- धारा 28 में सुसंगत है
प्रश्न2- गुप्त रखने के वचन के अधीन या उसे प्राप्त करने के लिए की गई प्रवचना के परिणाम स्वरूप इस बात की जानकारी दिए बिना की संस्वीकृति का साक्ष्य के रूप में उपयोग किया जाएगा यह किस धारा में सुसंगत है?
उत्तर- धारा 29 में
प्रश्न3- जब किसी अभियुक्त की संस्वीकृति IPC की धारा 164 में मौजूद रीति से रिकॉर्ड नहीं की गई है तथा वहाँ मजिस्ट्रेट का मौखिक साक्ष्य यह सिद्ध करने के लिए कि इस प्रकार से स्वीकृति की गई है की ग्राह्य नहीं है, यह किस वाद में अभिनिर्धारित किया गया है?
उत्तर- उत्तर- प्रदेश राज्य बनाम सिंघाड़ा सिंह में
प्रश्न4- सह-अभियुक्ति की संस्वीकृति किस धारा के अधीन सुसंगत है?
उत्तर- धारा 30 में
प्रश्न5- निम्नलिखित में से किस वाद में उच्चतम न्यायालय ने निर्णीत किया था कि सह अभियुक्त की संस्वीकृति बहुत कमजोर प्रकार का साक्ष्य है और इस प्रकार की संस्वीकृति दोष सिद्ध का आधार नहीं बन सकती है
उत्तर- कश्मीरा सिंह बनाम मध्यप्रदेश राज्य
प्रश्न6- भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा 30 के अधीन एक अभियुक्त की संस्वीकृति सह अभियुक्त के विरुद्ध कब प्रयुक्त हो सकती है?
उत्तर- केवल संपोषक के रूप में
प्रश्न7- सह अभियुक्त द्वारा अपराध करने के समय दिया गया वह कथन है किस धारा के अधीन ग्राह्य है?
उत्तर- धारा 30 के अंतर्गत ग्राहय
प्रश्न8- स्वीकृतियाँ-
उत्तर- स्वीकृति विषयों का निश्चायक सबूत नहीं है
प्रश्न9- भारतीय साक्ष्य अधिनियम के कौन से प्रावधान अनुश्रुत साक्ष्य के नियम के अपवाद का प्रावधान करते हैं?
उत्तर- धारा 32 से 33
प्रश्न10- मुकरी गई संस्वीकृति का साक्षियक मूल्य यह है कि यह-
उत्तर- एक संपुष्टि का साक्ष्य बन जाती है
प्रश्न11- कथन ‘सभी स्वीकृतियां, संस्वीकृतियां होती हैं, परंतु सभी संस्वीकृतियां स्वीकृतया नहीं हो सकती हैं।
उत्तर- असत्य है
प्रश्न12- स्वीकृतियां-
उत्तर- विबन्ध के रूप में परिवर्तित हो सकती हैं
प्रश्न13- मृत्यु कालिक कथन साक्ष्य के रूप में अग्राह्य होता है यदि वह-
उत्तर- अपूर्ण है
प्रश्न14-निम्नलिखित श्रुति साक्ष्य के नियम का अपवाद नहीं है –
उत्तर- विशेषज्ञ की राय
प्रश्न15- ‘मृत्यु कालिक कथन’ ग्राह्य होता है-
उत्तर- दीवानी और दाण्डिक मामलों में
प्रश्न16- “अनुश्रुत साक्ष्य साक्ष्य नही है” निम्नलिखित में से कौन साक्षी के उपरोक्त नियम का एक अपवाद है?
उत्तर- धारा 32
प्रश्न17- कौन सी परिस्थिति में आपकी दृष्टि में मृत्युकालिक घोषणा साक्ष्य में अग्राह्य है?
उत्तर- यदि घोषणा करने वाला व्यक्ति जीवित रह गया है
प्रश्न18- उसकी हत्या के लगभग 6 माह पूर्व मृतक ने पुलिस अधीक्षक जबलपुर को पत्र लिखा था जिसमें उसने संरक्षण देने के लिए यह अभि कथन करते हुए आग्रह किया था कि उसको ‘क’ से क्षति की आशंका थी और वह अपने जीवन के भय में था पत्र धारा…….. के अंतर्गत ग्राह्य है-
उत्तर- 32
प्रश्न19- गलत उत्तर बताइए । साक्ष्य निम्न प्रकार का हो सकता है-
उत्तर- प्रक्रियात्मक एवं सारवान
प्रश्न20- Under the provisions of Indian Evidence Act-
उत्तर-admissions and confusions have the different meaning
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