अंतर धार्मिक विवाह करने के लिए किसकी अनुमति ज़रूरी है? क्या कोर्ट मैरिज रजिस्ट्रार विवाह पंजीकरण करने से इनकार कर सकता है? जानिए प्राविधान

देश भर में लॉकडाउन के दौरान महिलाओं के खिलाफ सार्वजनिक जगहों पर होने वाले अपराध तो घटे हैं पर मोबाइल फोन व साइबर स्पेस में अश्लीलता और छेड़खानी की वारदात बढ़ गई है। विमिन पावर लाइन पर दर्ज़ आंकडे इसका सबूत है की लगभग 2,59,800 महिलाओं ने शिकायत दर्ज़ करवाई। शिकायतों की यह संख्या लॉकडाउन के पहले इसी अवधि के दौरान हुई शिकायतों से 41000 अधिक है।
लॉकडाउन से पहले वीमिन पावर लाइन पर शिकायतों की संख्या 2.18 लाख थी। जो की गत वर्ष लॉकडाउन के दौरान शिकायतों की संख्या 41800 बढ़ गई है। एडीजी (कानून) ने बताया कि इनमें से कुछ केस पुराने हैं, जिनमें शिकायतकर्ताओं ने बताया कि उनके साथ फिर से मोबाइल पर अश्लीलता की गई।
एडीजी विमिन पावर लाइन ने बताया कि वीमिन पावर लाइन पर कुल 2.61 लाख कॉले आई थी, जिनमें 1200 लॉकडाउन की दिक्कतों से संबंधित थी। कुछ कॉले यूपी के बाहर फंसे लोगों ने की थी और मदद मांगी थी। इन्हें संबंधित राज्यों की हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी गई। कई कॉलें राशन और दवा की उपलब्धता से संबंधित थी। इन्हें संबंधित विभागों तक पहुंचा दिया गया है। हमने अपनी टीम को सारी हेल्पलाइन नंबरों की सूची उपलब्ध करवाई है ताकि मुसीबत में फंसे शख्स की हर संभव मदद की जा सके।
एडीजी ने बताया कि अप्रैल के शुरूआत से हमारे पास घरेलू कलह के केस भी आने लगे थे। इन शिकायतों को दूर करने का काम थानों का होता है लॉकडाउन के दौरान पीड़िता को थाने तक पहुंचना मुश्किल है, ऐसे में हमें कॉल कर रही हैं। हमने 40 काउंसलर की टीम को घरेलू कलह से निपटने की ट्रेनिंग दिलवाई। 7 अप्रैल से हम ऐसी 120 शिकायतें निपटा चुके हैं।
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