क्या होता है Swift Code?
इस कोड को अपने बैंक से पूछ के रखो अपने पास, नहीं तो भूल जाओ बैंक में जमा अपना पैसा भूल जाओ। इस कोड के माध्यम से हम उस ब्रांच के विषय में जान पाते हैं कि वह ब्रांच कहां पर है और उसे लोकेट करता है।
इसी तरह से स्विफ्ट कोड भी होता है। जिसे हम लोग सोसायटी फॉर वर्ल्डवाइड इंटरबैंक फाइनेंशियल टेलीकम्युनिकेशन कोड के नाम से जानते हैं। यह 8 से 11 अंकों का एक अल्फा न्यूमैरिक कोड होता है जो यूनिकली किसी बैंक को आईडेंटिफाई करता है। किसी फाइनैंशल इंस्टिट्यूशन को स्विफ्ट कोड हमें तब काम आता है।
जब किसी भारतीय बैंक अकाउंट में किसी दूसरे देश से पैसा ट्रांसफर करवाना होता है तब एक ब्रांच कोड की ज़रूरत होती है इसी कोड को
swift कोड कहा जाता है।
जब कोई ऐसा अकाउंट है जिसमें विदेश से पैसा आता है, तो जिस बैंक में पैसा आएगा उस बैंक का पंजीकरण भारत सरकार के पास एक विनिमय (विदेशी लेन-देन) संस्था के रूप में होता है जो विश्व स्तर पर व्यवसाय करने के लिए नामित होता है तो ऐसे बैंक की पहचान
swift code के माध्यम से निर्धारित की जाती है।
यह स्विफ्ट कोड सभी ब्रांच का नहीं होता है। लेकिन सभी ऐसी बैंकों का जरूर होता है जो अंतरराष्ट्रीय व्यवसाय करती हैं।
यह कोड उन्हीं बैंकों की ब्रांच का होता है जहां पर किसी फॉरेन (विदेश) अकाउंट से या किसी भी अन्य देश से पैसा डायरेक्टली आता है और यहां पर एक्सचेंज होने के बाद ही आपके अकाउंट में ट्रांसफर किया जाता है।
स्विफ्ट कोड आमतौर जिनके पास इंटरनेशनल बैंक अकाउंट होता है। उन्हें इस कोड की जरूरत होती है। यह 8 से 11 अंको का एक अल्फा न्यूमेरिक कोड होता है। सभी प्रमुख बैंको का अलग-अलग होता है।
इसी तरह से IFSC कोड होता है जिसे इंडियन फाइनेंशियल सिस्टम कोड कहा जाता है। यह 11 अंकों का होता है जो बैंक की सभी ब्रांच का होता है। IFSC कोड के प्रयोग तब होता है जब हमें एक बैंक से दूसरे बैंक में पैसा ट्रांसफर करना होता है या NEFT, RTGS करना होता है।
एक बैंक से दूसरे बैंक ब्रांच में पैसा ट्रांसफर करने के लिए इसकी आवश्यकता होती है।
तो स्पष्ट है की IFSE कोड की जरूरत तब पड़ती है जब भारत के किसी बैंक से दूसरे बैंक में पैसा ट्रांसफर करना हो।
जबकि स्विफ्ट कोड का उपयोग किसी विदेशी बैंक ब्रांच से भारतीय बैंक ब्रांच में पैसा ट्रांसफर करने के लिए उपयोग करते हैं।
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