सत्यमेव जयते!

Today's News

महिलाओं में वैक्सीन से होने वाली एलर्जी के 90% मामले पाए गये?

देश के आखिरी छोर तक पहुंचाऐंगे वैक्सीन 

पूरे देश में एक बार फिर कोरोना की वैक्सीन लगाने का पूर्वाभ्यास किया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने गुरुवार को देश के सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात कर इसकी तैयारियों की जानकारी हासिल की। हर्षवर्धन इस मौके पर तमिलनाडु में रहेंगे और टीकाकरण की तैयारी का जायजा लेंगे। उन्होंने बातचीत के दौरान स्वास्थ्य मंत्रियों से कहा कि वैक्सीनेशन से जुड़ा एक एक इंतजाम पुख्ता होना चाहिए ताकि किसी तरह की चूक न हो। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोविडशील्ड और कोवैक्सीन देशभर में उपलब्ध होने जा रही है। हमारी कोशिश इन वैक्सीन को देश के आखिरी छोर तक पहुंचाने की है।

यूपी और हरियाणा को छोड़कर सभी राज्यों के हर जिले में टीकाकरण का ड्राई रन होगा। यह दोनों राज्य यह काम कर चुके हैं। दूसरे दौर के देशव्यापी ड्राइरन के तहत 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 736 जिलों में वैक्सीन लगाने का पूर्वाभ्यास किया जाएगा। हर्षवर्धन ने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों से आग्रह किया कि वह इस काम पर खुद भी नजर रखें और सरकार की ओर से मंजूर किए गए टीकों के बारे में किसी तरह का दुष्प्रचार न होने दें।

www.judicialguru.in

पहली वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं मिली तो लगेगा वैकल्पिक टीका 

कोरोना के नए स्ट्रेन से जूझ रहे ब्रिटेन में कोरोना टीकाकरण के लिए मिक्स एंड मैच योजना को भी मंजूरी दे दी है। जिसने विशेषज्ञों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। दरअसल ब्रिटेन में कहा जा रहा है कि अगर किसी व्यक्ति की दूसरी डोज उपलब्ध नहीं होगी या यह पता नहीं होगा कि मरीज को किस कंपनी के वैक्सीन लगी है तो ऐसी परिस्थितियों में वैकल्पिक टीका लगाया जाएगा।

ब्रिटेन की नई टीकाकरण पॉलिसी में कहा गया है कि अगर किसी मरीज को लगने वाले टीके की दूसरी डोज उपलब्ध नहीं है या पहले शॉट के उत्पादक के बारे में जानकारी नहीं है तो विकल्प के तौर पर दूसरी वैक्सीन लगा दी जाएगी।

टीका लगाने के 76 लाख लोग करवा चुके हैं रजिस्ट्रेशन

वैक्सीनेशन के ड्राई रन के दौरान टीका लगाने के लिए रजिस्ट्रेशन से लेकर वैक्सीन के स्टोरेज उसे टीकाकरण केंद्र तक पहुंचाने केंद्र पर जरूरी इंतजाम करने और कोविन ऐप (Co-Win App) में डाटा फीड करने के काम को परखा जाएगा। सरकार अब तक वैक्सीन लगाने के लिए 1,70,000 स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण दे चुके है। इसके साथ ही वैक्सीनेशन टीमों के 3,00,000 सदस्यों को भी प्रशिक्षित किया जा चुका है। कोविन ऐप पर टीका लगाने के लिए अब तक 76,00,000 लोग रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं।

वैक्सीन से एलर्जी के 90% मामले महिलाओं में 

अमेरिका में फाइजर और मार्डना की वैक्सीन लगाने का काम शुरू हुए जैसे-जैसे वक्त बीत रहा है, वैक्सीन से एलर्जी के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं। सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन सीडीसी अब मामलों को मॉनिटर कर रहा है साथ ही जिन लोगों को एलर्जी रिएक्शन हो रहा है, उन्हें दूसरी डोज न लेने की सलाह दी जा रही है।

अमेरिका मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सीडीसी ने कहा है कि फाइजर की वैक्सीन लगाने के बाद एनाफिलेकिक्स गंभीर एलर्जिक रिएक्शन के 28 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं मार्डना की वैक्सीन लगाने के बाद एक शक्स मे रिएक्शन देखा गया है। अमेरिकी पब्लिक हेल्थ एजेंसी के मुताबिक हर 10 लाख लोगों को किए किए जा रहे टीकाकरण पर एलर्जी रिएक्शन की दर 11.1 परसेंट है। बता दें कि फ्लू के मामले में हर 10,00,000 टीकों पर एलर्जी रिएक्शन के दर 1.3 है।

1% एलर्जिक रिएक्शन वैक्सीन लगवाने के पहले 15 मिनटों में 

सीडीसी की (CDC) वीकली रिपोर्ट के मुताबिक 14 दिसंबर से 23 दिसंबर के बीच फाइजर के वैक्सीन के 18.96 लाख डोज दिए गए हैं जिनमें से एनाफिलेकिक्सस इसके 21 केस मिले हैं। इनमें से 71% में एलर्जी रिएक्शन वैक्सीन लगाने के पहले 15 मिनटों के भीतर हुआ था। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि प्रति दस लाख पर 11 एलर्जी रिएक्शन के मामलों के बावजूद फाइबर की वैक्सीन को सेफ कहा गया है। यूएसए टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक रिएक्शन वाले 86% मामलों में लक्षण टीका लगने के 30 मिनटों के भीतर दिखने शुरू हो गए थे। यह रिएक्शन जिन लोगों में देखे गए हैं उनमें से 81 परसेंट में पहले भी एलर्जी रिएक्शन हो चुका है। खास बात यह है कि यह गंभीर एलर्जी रिएक्शन वाले 90 परसेंट लोगों में महिलाएं थी। बता दें कि अमेरिका में अब तक फाइजर और मार्डना की वैक्सीन 50 लाख लोगों को दी जा चुकी है।

Comments

ख़बरें सिर्फ़ आपके लिए!

तलाक लेने में कितना खर्च आयेगा और यह खर्च कौन देगा? तलाक लेने से पहले यह कानून जान लें!

पति तलाक लेना चाहता और पत्नी नहीं तो क्या किया जाना चाहिए?

अब चेक बाउंस के मामले में जेल जाना तय है! लेकिन बच भी सकते हैं अगर यह क़ानूनी तरीका अपनाया तो!

तलाक़ के बाद बच्चे पर ज्यादा अधिकार किसका होगा माँ का या पिता का?

जानिए, पॉक्सो एक्ट (POCSO) कब लगता है? लड़कियों को परेशान करने पर कौन सी धारा लगती है?

बालिग लड़की का नाबालिग लड़के से शादी करने पर अपराध क्यों नहीं है? और क्या नाबालिग लड़की अपनी मर्ज़ी से शादी कर सकती है?

जमानत क्या है और किसी व्यक्ति की जमानत कैसे ले सकते हैं?

जानिए दाखिल खारिज़ क्यों ज़रूरी है और नहीं होने पर क्या नुकसान हो सकतें हैं?

लीगल खबरें आपके लिए!