अंतर धार्मिक विवाह करने के लिए किसकी अनुमति ज़रूरी है? क्या कोर्ट मैरिज रजिस्ट्रार विवाह पंजीकरण करने से इनकार कर सकता है? जानिए प्राविधान

सुप्रीम कोर्ट ने अमेजॉन (Amazon) और फ्लिपकार्ट (Filpkart) के खिलाफ प्रतिस्पर्धा कानून के तहत सीसीआई की जांच में दखल देने से मना कर दिया है। दोनों कंपनियों को जवाब देने के लिए 4 हफ्ते की मोहलत मिली है। इसके बाद कंपटीशन कमीशन ऑफ इंडिया (सीसीआई- CCI) अमेजॉन (Amazon) और फ्लिपकार्ट (Filpkart) के खिलाफ अपनी जांच शुरू कर सकता है।
चीफ जस्टिस एन वी रमना (N.V. Ramanna) की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय बेंच ने कहा कि जांच को चुनौती देना आपराधिक कानून के तहत प्राथमिकी दर्ज (FIR) करने से पहले नोटिस चाहने जैसा है। बेंच ने ई-कॉमर्स कंपनियों को सीसीआई (CCI) की जांच में सहयोग करने के लिए कहा। बेंच ने कहा हम उम्मीद करते हैं कि amazon और Flipcart जैसे बड़े संगठन पूछताछ के लिए खुद आगे आएंगे। ऐसी संस्थाओं को पेश होना होगा और जांच भी करवानी होगी।
इसके अलावा अमेजॉन (Amazon) और फ्लिपकार्ट (Filpkart) ने सुप्रीम कोर्ट में सीसीआई (CCI) के उस आदेश पर भी रोक लगाने की मांग की थी जिसमें दोनों कंपनियों को करीब 32 सवालों के जवाब मांगे गए थे। इनमें टॉप 100 सेलर्स और टॉप सेलिंग प्रोडक्ट्स के नाम शामिल थे। कंपनियों की दलील है कि यह जानकारी संवेदनशील कारोबारी सूचना के तहत आती है। हालांकि कंपनियों को जवाब देने के लिए 4 सप्ताह का समय सीसीआई (CCI) की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने विरोध किया। उन्होंने इन फर्मों को 1 सप्ताह का समय देने की वकालत की। इधर अमेजॉन और फ्लिपकार्ट दोनों कंपनियों ने अलग-अलग कहा है कि वे भारतीय कानूनों का पालन करती हैं। दोनों सीसीआई की जांच में पूरा सहयोग करेंगी।
दिल्ली व्यापार महासंघ ने अमेजॉन और फ्लिपकार्ट पर एंटीट्रस्ट दायर कर आरोप लगाया है कि यह कंपनियां फोन का एक्सक्लूसिव लॉन्चिंग और चुनिंदा सेलर्स को प्रमोशन दे रही हैं। इनके भारी डिस्काउंट से मार्केट में प्रतिस्पर्धा का एक हेल्दी माहौल खत्म हो रहा है। निचली अदालत से सुप्रीम कोर्ट सीसीआई (CCI) ने जनवरी 2020 में फ्लिपकार्ट (Filpkart) और ऐमेज़ॉन (Amazon) के खिलाफ जांच के आदेश दिए थे। कंपनियां 23 जुलाई को आदेश के खिलाफ कर्नाटक हाईकोर्ट पहुंची थी। वहां याचिका रद्द हो गई पिछले महीने यह मामला सुप्रीम कोर्ट में गया था जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने आज यह फैसला दिया था।
अमेजॉन और फ्लिपकार्ट भारतीय ई रिटेल मार्केट में टॉप कंपनियां है। 2026 तक इनकी वैल्यू $200 होने का अनुमान है। सीसीआई (CCI) की ओर से जांच रुकवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ही इन कंपनियों की आखिरी उम्मीद थी। अब जब सुप्रीम कोर्ट ने भी जांच को रोकने से मना कर दिया है। इस फैसले से दोनों कंपनियों को बड़ा झटका लगा।
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